बैठो
बैठो हमारे रूबरू,
करनी है तुमसे गुफ्तगू
अरसाँ हुआ अब तो पोछ ले एक दूसरे के आँसू,
मिल सुलझाते उलझनों को जो हो...
करनी है तुमसे गुफ्तगू
अरसाँ हुआ अब तो पोछ ले एक दूसरे के आँसू,
मिल सुलझाते उलझनों को जो हो...