मैं
इस साल मैं खुद को खुद से
मिलाना चाहती हूं क्यूंकि
खुद से बिछड़े काफी वक्त हो गया!
खुद को मजबूत बनाना चाहती हूं
क्यूंकि अपनी कमजोरी से मेरा
आत्मसम्मान खो गया!
दफन करना चाहती हूं
उन दर्द भरी यादों को क्यूंकि
खुद को तकलीफ देने का अब
दौर बीत गया!
बनाना चाहती हूं एक कहानी
खुद की,,क्यूंकि फिजूली कामों का
अब वक्त बीत गया!
01/01/2024
मिलाना चाहती हूं क्यूंकि
खुद से बिछड़े काफी वक्त हो गया!
खुद को मजबूत बनाना चाहती हूं
क्यूंकि अपनी कमजोरी से मेरा
आत्मसम्मान खो गया!
दफन करना चाहती हूं
उन दर्द भरी यादों को क्यूंकि
खुद को तकलीफ देने का अब
दौर बीत गया!
बनाना चाहती हूं एक कहानी
खुद की,,क्यूंकि फिजूली कामों का
अब वक्त बीत गया!
01/01/2024