🌻"एक हसरत"🌻
हां जब मैं संवरती हूं
तो ज़ेहन में एक अक्स
उभरता है!!
जो हौले से देखकर मुझको
बस मुस्कुराता है!!
हां जब कभी ज़ुल्फ मेरी मेरे
रूखसार पर छा जाती है, तो
गुमा होता...
तो ज़ेहन में एक अक्स
उभरता है!!
जो हौले से देखकर मुझको
बस मुस्कुराता है!!
हां जब कभी ज़ुल्फ मेरी मेरे
रूखसार पर छा जाती है, तो
गुमा होता...