अनदेखा हिस्सा
सबने देखा हस्ते हुए दिन मेरे,
वो उदासी भरी रातें किसने देखी है।
देखा है तुमने मस्ती भरे लम्हे मेरे,
वो तन्हाई भरे आलम कहा देखी है ।
तुमने देखा है सैर सपाटे मेरे,
वो किताबों के साथ गुजरती रातें नहीं देखी है।
तुमने...
वो उदासी भरी रातें किसने देखी है।
देखा है तुमने मस्ती भरे लम्हे मेरे,
वो तन्हाई भरे आलम कहा देखी है ।
तुमने देखा है सैर सपाटे मेरे,
वो किताबों के साथ गुजरती रातें नहीं देखी है।
तुमने...