लाडली बेटी
माँ बाप न होते शायद
हम भी न होते
बचपन में जिनकी गोद में
हम कभी पले थे
हँसते थे मुस्कराते थे
सोते थे उठ रोते थे
कभी मिट्टी में खेलते थे
कभी अकेले किलकारते थे
कभी माँ कहके पुकारते थे
...
हम भी न होते
बचपन में जिनकी गोद में
हम कभी पले थे
हँसते थे मुस्कराते थे
सोते थे उठ रोते थे
कभी मिट्टी में खेलते थे
कभी अकेले किलकारते थे
कभी माँ कहके पुकारते थे
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