सुमित भाई
ऐसा कहा जाता है कि
खुशियों का एक कोना हमेशा अधूरा होता है,
और उसी कोने को एक भाई पूरा करता है।
ऐसे ही कुछ है हमारे सुमित भाई
जिन्हें न केवल अपनों ने
बल्कि आम लोगों ने भी सर आखों पर बैठाया है।
अपने हर सुख-दुख मे जिसे अपने साथ पाया है।।
कभी भाई बन कर तो कभी दोस्त बनकर
सुमित भाई! आपने हर वक्त साथ निभाया है।
कभी प्यार से तो कभी डांट कर
मेरी गलती पर मुझे समझाया है
एग्ज़ाम में कभी मार्क्स कम आ भी जाए
पर होसले भरी बात सिर्फ़ आप ही से आयी है।
कभी हँसाते हो तो कभी रुलाते हो
पर न जाने कैसे मेरे मन की हर बात जान जाते हो।...
खुशियों का एक कोना हमेशा अधूरा होता है,
और उसी कोने को एक भाई पूरा करता है।
ऐसे ही कुछ है हमारे सुमित भाई
जिन्हें न केवल अपनों ने
बल्कि आम लोगों ने भी सर आखों पर बैठाया है।
अपने हर सुख-दुख मे जिसे अपने साथ पाया है।।
कभी भाई बन कर तो कभी दोस्त बनकर
सुमित भाई! आपने हर वक्त साथ निभाया है।
कभी प्यार से तो कभी डांट कर
मेरी गलती पर मुझे समझाया है
एग्ज़ाम में कभी मार्क्स कम आ भी जाए
पर होसले भरी बात सिर्फ़ आप ही से आयी है।
कभी हँसाते हो तो कभी रुलाते हो
पर न जाने कैसे मेरे मन की हर बात जान जाते हो।...