...

5 views

मैं खुश हूँ😊
रिश्तों का वास्ता देकर,
रिश्ता तोड़ देंने की, ख्वाहिश मांग कर,
.घर के लोग...पहले जैसे मुस्कुराते चेहरे की उम्मीद रखते हैं,
अब कहु भी तो कोन सा कोई कुछ समझेगा की ये

टूटे हुए फूल बस अपनों की जिंदगी के बगिया महकाने के लिए हंसते हैं,
पर जो सच है वो ये कि मुस्कुराना तो पढ़ता है अपनों के सामने साहब,
सच मैं अंदर ही अंदर रोज खुद मजबूरी के चलते ,
तोड़े गए हमारे प्यारे से रिश्ते को याद करके ,
अंदर ही अंदर घुट घुट कर मरते हैं,
सच है ये टूटे हुए फूल अपनों की जिंदगी की बगिया महकाने के लिए ही हैं!!!!
जज़्बाती लङकी❤🧿