तुम या मैं
तुम या मैं
क्या ?
क्यों ?
कहां ?
एक जख्म है
सफ़र में ।
कैसे और कब
एक मरहम है
ज़िंदगी में ।
सफ़र से फलसफा तक
शब्द से कविता तक
स्वप्न से यथार्थ तक
हम घिर जाते हैं
प्रश्नों के परिधि में...
जिंदगी की जद्दोजहद
दुनिया...
क्या ?
क्यों ?
कहां ?
एक जख्म है
सफ़र में ।
कैसे और कब
एक मरहम है
ज़िंदगी में ।
सफ़र से फलसफा तक
शब्द से कविता तक
स्वप्न से यथार्थ तक
हम घिर जाते हैं
प्रश्नों के परिधि में...
जिंदगी की जद्दोजहद
दुनिया...