✍🏾 मजबूर कर दिया ✍🏾
चलने की ख़्वाहिश थी मेरी
पर मुझ को रुकने पर मजबूर कर दिया
ख़्वाब जो टूट कर चकना चूर हुए मेरे
उन्होंने मेरा चलना मुहाल कर दिया
इस इश्क़ ने मुझ को खुद के हाथो जानी
मुझे इस तरह...
पर मुझ को रुकने पर मजबूर कर दिया
ख़्वाब जो टूट कर चकना चूर हुए मेरे
उन्होंने मेरा चलना मुहाल कर दिया
इस इश्क़ ने मुझ को खुद के हाथो जानी
मुझे इस तरह...