जीवन
सबका जीवन बीत रहा है मुश्किलों से लड़ने में
अंतर साहस रीत रहा है कर्म-पथ पर चलने में
संघर्ष ही जीवन यथार्थ है बाकी सब हैं भ्रम प्यारे
मन को कर पत्थर कठोर ही चलता जीवन क्रम प्यारे
जीवन है उस मनुष्य में जो कर्मठता का पर्याय हो
पेट पाल कर अपने जन का नित करता स्वाध्याय हो
जीवन है उस माँ में जो शिशु पर अपना सर्वस्व लुटाती है
उसके हित असह्य वेदना सहकार जो मुस्काती है
जीवन है उस नदिया में जो सबकी प्यास मिटाती है
अपने पावन जल से...
अंतर साहस रीत रहा है कर्म-पथ पर चलने में
संघर्ष ही जीवन यथार्थ है बाकी सब हैं भ्रम प्यारे
मन को कर पत्थर कठोर ही चलता जीवन क्रम प्यारे
जीवन है उस मनुष्य में जो कर्मठता का पर्याय हो
पेट पाल कर अपने जन का नित करता स्वाध्याय हो
जीवन है उस माँ में जो शिशु पर अपना सर्वस्व लुटाती है
उसके हित असह्य वेदना सहकार जो मुस्काती है
जीवन है उस नदिया में जो सबकी प्यास मिटाती है
अपने पावन जल से...