किसी से दिल लगाना ना
किसी से दिल लगाना ना यही बेहतर बहुत है
ग़मों पे मुस्कुराना ना यही बेहतर बहुत है
यहाँ तकलीफ़ पर हँसता है ये सारा ज़माना
किसी को कुछ बताना ना यही बेहतर बहुत है
ज़ियादा आज़माइश मार देती है यकीं को
किसी को आज़माना ना यही बेहतर बहुत है
तुम्हारा ही नशेमन फूंक देंगे एक दिन ये
कहीं...
ग़मों पे मुस्कुराना ना यही बेहतर बहुत है
यहाँ तकलीफ़ पर हँसता है ये सारा ज़माना
किसी को कुछ बताना ना यही बेहतर बहुत है
ज़ियादा आज़माइश मार देती है यकीं को
किसी को आज़माना ना यही बेहतर बहुत है
तुम्हारा ही नशेमन फूंक देंगे एक दिन ये
कहीं...