अहम्
न ज़िंदगी हूँ,
न दुश्मन हूँ,
मैं परछाई हूँ,
न कोई ख्वाइश हूँ,
न कोई ज़रूरत हूँ,
मैं एक सपना हूँ,
न भीड़ का हिस्सा हूँ,
न कोई तन्हा अकेला हूँ,
मैं बस...
न दुश्मन हूँ,
मैं परछाई हूँ,
न कोई ख्वाइश हूँ,
न कोई ज़रूरत हूँ,
मैं एक सपना हूँ,
न भीड़ का हिस्सा हूँ,
न कोई तन्हा अकेला हूँ,
मैं बस...