एक ख्वाब देखा है मैंने
एक ख्वाब देखा है मैंने
घर को फिर से घर बनाने का
....
बिखरे हुए फुलो को फिर से एक बार गुलदस्ते मे सजाने का
ये जो दूरियां आ गई है ना रिश्तो मे
प्यार से फिर हर किसी को साथ लाने का
एक ख्वाब देखा है मैंने
घर को फिर से घर बनाने का
....
हां माना की जरा मुश्किल होगी
आसानी से कहा कुछ मिल पाता है
ओर जो मिल जाए आसानी से
फिर वो कोई चीज हो या रिश्ता अहमियत कहां पाता है
यही तो है कोशिश मेरा हर किसी को समझाने का
...
घर को फिर से घर बनाने का
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बिखरे हुए फुलो को फिर से एक बार गुलदस्ते मे सजाने का
ये जो दूरियां आ गई है ना रिश्तो मे
प्यार से फिर हर किसी को साथ लाने का
एक ख्वाब देखा है मैंने
घर को फिर से घर बनाने का
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हां माना की जरा मुश्किल होगी
आसानी से कहा कुछ मिल पाता है
ओर जो मिल जाए आसानी से
फिर वो कोई चीज हो या रिश्ता अहमियत कहां पाता है
यही तो है कोशिश मेरा हर किसी को समझाने का
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