(मॉनसून का मौसम)
फिर बारिश ,फिर बूँदे
फिर वही मॉनसून का मौसम
एक परेशान सा मुसाफ़िर हाथो से, अपने सिर को ढकता है
किसी ने पकड़ी है छतरी ,बड़ी मजबूती से
जैसे सियासत की कुर्सी हो |
एक बच्चा निश्छल मुस्कान लिए भीगता...
फिर वही मॉनसून का मौसम
एक परेशान सा मुसाफ़िर हाथो से, अपने सिर को ढकता है
किसी ने पकड़ी है छतरी ,बड़ी मजबूती से
जैसे सियासत की कुर्सी हो |
एक बच्चा निश्छल मुस्कान लिए भीगता...