दौड़
दौड़
जिंदगी की दौड़ में
दौड़ना भूल गए
उड़ने की ख्वाहिशें लिए
चलना भूल गए ।
थक जाते हैं अब
कदम दो कदम चलते ही
किसको फिकर अपने हाल - ए - दिल की
सहेजते मुर्दा चीजों को
खुद को सहेजना...
जिंदगी की दौड़ में
दौड़ना भूल गए
उड़ने की ख्वाहिशें लिए
चलना भूल गए ।
थक जाते हैं अब
कदम दो कदम चलते ही
किसको फिकर अपने हाल - ए - दिल की
सहेजते मुर्दा चीजों को
खुद को सहेजना...