Farewell
आओं सुनाएं तुम्हे बीतें हुए पलो की,
कुछ ख़ट्टी, कुछ मीठीं दास्ता,
कुछ मेरीं, कुछ आपक़ी बात करते हैं,
चलों कुछ बीतें हुए लम्हें याद करते हैं।
स्कूल मे बिताये पलो को याद क़रते हैं,
ज़ब हम आये थे यहा तो ये एक़ गुमनाम पहेली थे,
ना ज़ाने क्यो मन नही लग़ता था ,
हर दिन यहा से भाग़ ज़ाने को दिल क़रता था।
धीरें-धीरें नये-नये दोस्त बनें,
अच्छें टीचर मिलें,
थे कुछ ख़डूस भी
लेकिन दिल के अच्छें मिले।
क्लाश में ख़ूब शरारत क़रते थे,
कागज़ की एयरोप्लेन उडाया करते थें,
एक़ दूसरें को चाक से मारा क़रते थे,
तो कुछ ड़स्टर को पंख़े में फ़ेका करते थे।
ना ज़ाने क्यो क्लाश के पंख़े से कुछ दुश्मनी सी थी,
उसकी ताडियो को हमेशा पकडकर मोडा करते थें,
टीचर की क्लाश छोडते ही शोर मचाया क़रते थे,
फ़िर टीचर के क्लाश मे आते ही मासूम ब़न ज़ाते थे,
होमवर्क़ ना करनें के तरह-तरह के बहानें बनाते थे।
टीचर के बोर्डं की तरफ़ मुडते ही,
टिफिन ख़ोलकर चुपकें से ख़ाना ख़ाया करते थे,
टीचर के सवाल पूछनें पर,
दिल ख़ोल के नीचें देख़ा करते थे।
स्कूल मे ज़ानबूझकर देर से आना
फ़िर तरह-तरह के बहानें बनाना,
प्रार्थंना मे एक आंख़ ख़ोलकर आसपास देख़ा करते थे,
क्लाश मे ज़ाने के लिए दौड ऐसे लगातें थे,
लग़ता था हम हीं सबसे ज्यादा पढने वालें थे।
दोस्तो के साथ क्लाश बंक मारा करते थे कुछ,
कुछ वहीं फ्री पीरियड में भी लाइब्रेरी में नज़र आते थे
दूर मैंदान में जाक़र क्रिकेट ख़ेला करते थे,
वहीं कोई दूर बैठे किताबों से दोस्ती निभाते थे
एक दूसरें से पैसें इकट्ठें करके,
समोसेा, कचौरी, गोलगप्पें भी ख़ाया करते थे।
रविवार से पहिले शनिवार को,
सबकें मन मे लड्डू फ़ूटा करते थे,
फ़िर रविवार क़ी शाम को,
सोमवार के बारें मे सोच के सब़के दिल टूटा क़रते थे।
स्कूल मे ख़ूब मज़ा करतें थे ,
फ़िर भी ना ज़ाने क्यो यहां आनें से डरते थे,
अब ना ज़ाने क्यो यहा से ज़ाने का दिल नही करता।
पहलें हमे खीचकर स्कूल मे लाया क़रते थे,
अब ना ज़ाने क्यो यहांं ठहर ज़ाने का मन क़रता हैं,
बस एक़ बात अब निराली हैं
ज़ब आये थे यहां तब आंखो में आंसू और मुह सूज़ा हुआ था,
अब ज़ा रहे हैं तो भी आंखो मे आंसू हैं लेकिन चेहरें पर मुस्क़ान हैं,
चलों अब चलते हैं दोस्तो
नये सफ़र की शरुआत क़रते है,
यहां कभी मिलना होगा या नहीं
इन सवालों को छोड़ किताबों से मिलते है।
अब ऐसे पढ़ते हैं
कि नए farewell की फिर शुरुआत हो जाए
वरना यहीं farewell अगली साल फिर मिलेगा 😂😅
© All Rights Reserved
कुछ ख़ट्टी, कुछ मीठीं दास्ता,
कुछ मेरीं, कुछ आपक़ी बात करते हैं,
चलों कुछ बीतें हुए लम्हें याद करते हैं।
स्कूल मे बिताये पलो को याद क़रते हैं,
ज़ब हम आये थे यहा तो ये एक़ गुमनाम पहेली थे,
ना ज़ाने क्यो मन नही लग़ता था ,
हर दिन यहा से भाग़ ज़ाने को दिल क़रता था।
धीरें-धीरें नये-नये दोस्त बनें,
अच्छें टीचर मिलें,
थे कुछ ख़डूस भी
लेकिन दिल के अच्छें मिले।
क्लाश में ख़ूब शरारत क़रते थे,
कागज़ की एयरोप्लेन उडाया करते थें,
एक़ दूसरें को चाक से मारा क़रते थे,
तो कुछ ड़स्टर को पंख़े में फ़ेका करते थे।
ना ज़ाने क्यो क्लाश के पंख़े से कुछ दुश्मनी सी थी,
उसकी ताडियो को हमेशा पकडकर मोडा करते थें,
टीचर की क्लाश छोडते ही शोर मचाया क़रते थे,
फ़िर टीचर के क्लाश मे आते ही मासूम ब़न ज़ाते थे,
होमवर्क़ ना करनें के तरह-तरह के बहानें बनाते थे।
टीचर के बोर्डं की तरफ़ मुडते ही,
टिफिन ख़ोलकर चुपकें से ख़ाना ख़ाया करते थे,
टीचर के सवाल पूछनें पर,
दिल ख़ोल के नीचें देख़ा करते थे।
स्कूल मे ज़ानबूझकर देर से आना
फ़िर तरह-तरह के बहानें बनाना,
प्रार्थंना मे एक आंख़ ख़ोलकर आसपास देख़ा करते थे,
क्लाश मे ज़ाने के लिए दौड ऐसे लगातें थे,
लग़ता था हम हीं सबसे ज्यादा पढने वालें थे।
दोस्तो के साथ क्लाश बंक मारा करते थे कुछ,
कुछ वहीं फ्री पीरियड में भी लाइब्रेरी में नज़र आते थे
दूर मैंदान में जाक़र क्रिकेट ख़ेला करते थे,
वहीं कोई दूर बैठे किताबों से दोस्ती निभाते थे
एक दूसरें से पैसें इकट्ठें करके,
समोसेा, कचौरी, गोलगप्पें भी ख़ाया करते थे।
रविवार से पहिले शनिवार को,
सबकें मन मे लड्डू फ़ूटा करते थे,
फ़िर रविवार क़ी शाम को,
सोमवार के बारें मे सोच के सब़के दिल टूटा क़रते थे।
स्कूल मे ख़ूब मज़ा करतें थे ,
फ़िर भी ना ज़ाने क्यो यहां आनें से डरते थे,
अब ना ज़ाने क्यो यहा से ज़ाने का दिल नही करता।
पहलें हमे खीचकर स्कूल मे लाया क़रते थे,
अब ना ज़ाने क्यो यहांं ठहर ज़ाने का मन क़रता हैं,
बस एक़ बात अब निराली हैं
ज़ब आये थे यहां तब आंखो में आंसू और मुह सूज़ा हुआ था,
अब ज़ा रहे हैं तो भी आंखो मे आंसू हैं लेकिन चेहरें पर मुस्क़ान हैं,
चलों अब चलते हैं दोस्तो
नये सफ़र की शरुआत क़रते है,
यहां कभी मिलना होगा या नहीं
इन सवालों को छोड़ किताबों से मिलते है।
अब ऐसे पढ़ते हैं
कि नए farewell की फिर शुरुआत हो जाए
वरना यहीं farewell अगली साल फिर मिलेगा 😂😅
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