जिंदगी से जंग
क्या जीना भला जिंदगी से हार के
खुद से खुद को भला कौन हराएगा
क्या करेगा इस तरह मायूस रहकर
जो तू अपनों के काम भी नहीं आएगा
मरने की तुम सोचते हो
इतना भी क्या डरते हो
भूल गए क्या...
खुद से खुद को भला कौन हराएगा
क्या करेगा इस तरह मायूस रहकर
जो तू अपनों के काम भी नहीं आएगा
मरने की तुम सोचते हो
इतना भी क्या डरते हो
भूल गए क्या...