वो हाथ...
हर कदम साथ चलते , कहीं गिरते कहीं संभलते,
हर बार जिसने मुझे थामा वो है तुम्हारा हाथ,
सर्दी की धूप हो चाहे , चाहे गर्मी की छांव,
बारिश की बूंद हो चाहे , हो चाहे कहीं ठहराव,
हर ठोकरों से जिसने बचाया वो है तुम्हारा...
हर बार जिसने मुझे थामा वो है तुम्हारा हाथ,
सर्दी की धूप हो चाहे , चाहे गर्मी की छांव,
बारिश की बूंद हो चाहे , हो चाहे कहीं ठहराव,
हर ठोकरों से जिसने बचाया वो है तुम्हारा...