...

11 views

तुम....... थक जाओगे
खुद की मजबूरी सुनाते थक जाओगे
हमें आवाज़ लगाते थक जाओगे
रुक्सत हुए इक बार जो तेरी ज़िन्दगी से
तुम मेरी वफ़ाओं का भार उठाते थक जाओगे
हर बार करेगा सवाल ये तुमसे
अपने दिल को झूठी गवाही सुनाते थक जाओगे
मिली जो कभी तुम्हें किसी दूजे से बेवफ़ाई
तुम ज़माने से आँसू छुपाते थक जाओगे
........... मेरी वफ़ाओं का भार उठाते थक जाओगे

© #life_a_riddle