अंधकार भरी राहों में फिर उजाला होगा
दिन को रात, रात को दिन होते देखा होगा
हर चेहरे पर नकाब का पहरा देखा होगा
कोन जाने किस वेश में क्या छिपा होगा
दुनिया...
हर चेहरे पर नकाब का पहरा देखा होगा
कोन जाने किस वेश में क्या छिपा होगा
दुनिया...