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बनावटी नकलची
यह मेरे शब्द चुरा लेगा
लेकिन मेरी लेखनशैली
नहीं चुरा सकता
वो रस, वो विधा
नहीं चुरा सकता
यह कर सकता है
नकल मानव की मानव
की बराबरी नहीं कर
सकता, जो महसूस
किया हमने ,वो महसूस
करा नहीं सकता,
जो वक्त लगाया हमनें
ये वो वक्त लगा नहीं सकता
कृत्रिम बुद्धि है मात्र ये मानव नहीं
मानव की नकल ही कर सकेगा
स्वयं को मानव बना नहीं सकता।
🔹अन्वित कुमार
#writco #hindi # © Anvit Kumar
लेकिन मेरी लेखनशैली
नहीं चुरा सकता
वो रस, वो विधा
नहीं चुरा सकता
यह कर सकता है
नकल मानव की मानव
की बराबरी नहीं कर
सकता, जो महसूस
किया हमने ,वो महसूस
करा नहीं सकता,
जो वक्त लगाया हमनें
ये वो वक्त लगा नहीं सकता
कृत्रिम बुद्धि है मात्र ये मानव नहीं
मानव की नकल ही कर सकेगा
स्वयं को मानव बना नहीं सकता।
🔹अन्वित कुमार
#writco #hindi # © Anvit Kumar
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