सात फेरे सात वचन ब्याह के
सुनो मैं पत्नी हूं तुम्हारी
पत्नी हूं तुम्हारी इसका अर्थ समझते हो
अब तुम सिर्फ तुम नही हम हो चुके है
और हम का अर्थ भी समझते हो
देखो विवाह ना तुमने किया है ना हमने किया है
विवाह हम दोनो ने एक दूसरे से किया है
और विवाह के समय अग्नि के
सामने सात वचन भी लिया है
क्या उन सात वचनों को निभाना जानते हो
चलो तुम सात वचन ना निभाना
बस दो तीन वचन तुम निभाना
और दो तीन वचन हम निभाते है
मैं तुम्हारे घर को अपना घर मानती हूं
और यही मेरा घर भी है ये भी जानती हूं
मैं तुम्हारी हर बात मानने को तैयार भी हूं
पर बस एक बात मेरी तुम मान जाना
जहां बात हो मेरे आत्मसम्मान की
वहा बस तुम मेरे साथ खड़े हो जाना
ये हमारा परिवार है इसे तोड़ना नहीं जोड़ना है
इस बात का भी ख्याल रखती हूं
पर उस परिवार में मैं भी तुम्हारा एक परिवार हूं
सबका ख्याल रखना...
पत्नी हूं तुम्हारी इसका अर्थ समझते हो
अब तुम सिर्फ तुम नही हम हो चुके है
और हम का अर्थ भी समझते हो
देखो विवाह ना तुमने किया है ना हमने किया है
विवाह हम दोनो ने एक दूसरे से किया है
और विवाह के समय अग्नि के
सामने सात वचन भी लिया है
क्या उन सात वचनों को निभाना जानते हो
चलो तुम सात वचन ना निभाना
बस दो तीन वचन तुम निभाना
और दो तीन वचन हम निभाते है
मैं तुम्हारे घर को अपना घर मानती हूं
और यही मेरा घर भी है ये भी जानती हूं
मैं तुम्हारी हर बात मानने को तैयार भी हूं
पर बस एक बात मेरी तुम मान जाना
जहां बात हो मेरे आत्मसम्मान की
वहा बस तुम मेरे साथ खड़े हो जाना
ये हमारा परिवार है इसे तोड़ना नहीं जोड़ना है
इस बात का भी ख्याल रखती हूं
पर उस परिवार में मैं भी तुम्हारा एक परिवार हूं
सबका ख्याल रखना...