क्या इतना काफ़ी नही ...........✍️
क्यू शिकायत रखें हम
कि कोई हमारा नहीं
हम तो किसी के है
क्या इतना काफ़ी नहीं
रोज़मर्रा का ये सफ़र
माना मुश्किल है
मगर हौसलें साथ है
क्या इतना काफ़ी नहीं
मुसलसल क़र्ज़ - सा
अदा करते है रोज़ ए - ज़िन्दगी तुमको
फिर भी जोड़े है तुमको अपने नाम से
क्या इतना काफ़ी नहीं
क्या हुआ गर नहीं है
वफाएं साथ किसी की हमारे
हमारी वफाएं तो है हमारे गमों से
तो तुम ही बताओ
क्या इतना भी अहसान काफ़ी नही ..
🥀🖤 Sonia Thakur......✍️
Sona - ( बदजुबान कातिब )
कि कोई हमारा नहीं
हम तो किसी के है
क्या इतना काफ़ी नहीं
रोज़मर्रा का ये सफ़र
माना मुश्किल है
मगर हौसलें साथ है
क्या इतना काफ़ी नहीं
मुसलसल क़र्ज़ - सा
अदा करते है रोज़ ए - ज़िन्दगी तुमको
फिर भी जोड़े है तुमको अपने नाम से
क्या इतना काफ़ी नहीं
क्या हुआ गर नहीं है
वफाएं साथ किसी की हमारे
हमारी वफाएं तो है हमारे गमों से
तो तुम ही बताओ
क्या इतना भी अहसान काफ़ी नही ..
🥀🖤 Sonia Thakur......✍️
Sona - ( बदजुबान कातिब )