ज्ञान की फुसफुसाहट
#ज्ञानकीफुसफुसाहट
दिन भर भाग दौड़ तृण भरी थकान,
एक बोझ लिए बैठा मन की मचान;
चित्त डूबा चिन्ता और चित हैरान,
मध्यम मन्दार तत्परता से अंतर्ध्यान।
मार्तंण्ड मध्यम ताप छू पाया प्रताप,
चेते चेतन दीप चित्त जाग्रत प्रकाश;
चित चिंता नियंत्रण पात अकस्मात,
चितवन !
कुसुमित चैतन्य ज्ञान फुसफुसाहट।
चारु चंद्र चंचल अर्चि स्पर्श तन मन,
तृण से मन अतल मृदुलज्ञान स्पंदन;
तारों की तोरण चमक चित्त चितवन,
ऋषि सा मन ले दीप्तिमान हो गगन।
भोरदिवाकर आरुषि...
दिन भर भाग दौड़ तृण भरी थकान,
एक बोझ लिए बैठा मन की मचान;
चित्त डूबा चिन्ता और चित हैरान,
मध्यम मन्दार तत्परता से अंतर्ध्यान।
मार्तंण्ड मध्यम ताप छू पाया प्रताप,
चेते चेतन दीप चित्त जाग्रत प्रकाश;
चित चिंता नियंत्रण पात अकस्मात,
चितवन !
कुसुमित चैतन्य ज्ञान फुसफुसाहट।
चारु चंद्र चंचल अर्चि स्पर्श तन मन,
तृण से मन अतल मृदुलज्ञान स्पंदन;
तारों की तोरण चमक चित्त चितवन,
ऋषि सा मन ले दीप्तिमान हो गगन।
भोरदिवाकर आरुषि...