कभी घटता कभी बढ़ता चाँद
आसमां का दरवाजा खोले
साथी बन सबके साथ
चलता है चाँद...
कभी घटता कभी बढ़ता चाँद!
धरा से दूर पर
नाता इससे गहरा है
श्वेत...
साथी बन सबके साथ
चलता है चाँद...
कभी घटता कभी बढ़ता चाँद!
धरा से दूर पर
नाता इससे गहरा है
श्वेत...