#जंजीरों
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
एक नई प्रथा को ओढ़कर
रण भूमि को त्याग कर
मोमबत्ती को थाम कर
स्त्री के मान का
माटी में मोलकर
आखिर क्यों?
हम इस बात से अनजान है
हर लड़की का होता मान है
उनको भी उड़ना ऊंची उड़ान है
इसमें न भेद न विज्ञान है
आखिर...
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
एक नई प्रथा को ओढ़कर
रण भूमि को त्याग कर
मोमबत्ती को थाम कर
स्त्री के मान का
माटी में मोलकर
आखिर क्यों?
हम इस बात से अनजान है
हर लड़की का होता मान है
उनको भी उड़ना ऊंची उड़ान है
इसमें न भेद न विज्ञान है
आखिर...