वो परियों की भी रानी परी लगती है.
समुंदर भी कम गहरा लगता है,
जब मेहसूस करता हूं प्यार का नशा उनमें,
काजल की नाव बचा लेती है हमें,
जब डूबने लगता हूं उनकी हसीन आंखों में,
गुलाब के फूल से भी मुलायम है,
लाल रसिले होंठ उनके है,
ख़ूबसूरत मोतियों की माला दिखती है जब,
नायब सी मुस्कान पर तिल सज़ाये वो रखती है,
कोयल से भी मधुर उनकी बोली है,
कानो से मन को सुकून दे जाती है,
जब नाम हमारा जुबान से...
जब मेहसूस करता हूं प्यार का नशा उनमें,
काजल की नाव बचा लेती है हमें,
जब डूबने लगता हूं उनकी हसीन आंखों में,
गुलाब के फूल से भी मुलायम है,
लाल रसिले होंठ उनके है,
ख़ूबसूरत मोतियों की माला दिखती है जब,
नायब सी मुस्कान पर तिल सज़ाये वो रखती है,
कोयल से भी मधुर उनकी बोली है,
कानो से मन को सुकून दे जाती है,
जब नाम हमारा जुबान से...