...

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आग है तू
फूल नहीं है आग है तू, कभी किसी से मत डरना,
कोई न समझे तुझको अबला, घुट-घुट कर तू मत मरना,
फूल नहीं है आग है तू, कभी किसी से मत डरना।

कमज़ोर समझे जो तुझे, इक दिन वो झुक जाएंगे,
आंधी-तूफ़ां-बादल-बिजली, सबके सब रुक जाएंगे,
ये दुनिया है रंग बदलती, इसको तू पहचान ले,
कोई नहीं है तेरा अपना, अब तू इतना जान ले,
ख़ुद पे करना है भरोसा, कभी अहम् तू मत करना,
फूल नहीं है आग है तू, कभी किसी से मत डरना।

कितनी है मासूम तू,...