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मुझमें तुम हो या तुम में मैं..
मुझमें तुम हो या तुम में मैं..
अब हम दोनो के मन में एक ही
बात रहती है,,
तुम मुझे याद करती हो..
मुझे हिचकी आने लगती है।
महज़ इत्तेफ़ाक तो नही
हम मिले,,
बल्कि तुमसे जन्मों की
रिश्तेदारी लगती है।।
अब सुकून तब आता है..
जब तुमसे बात होती है,,
मुझमें तुम हो या तुम में मैं..
अब हम दोनो के मन में एक ही
बात रहती है।।
© anshu_✍️
अब हम दोनो के मन में एक ही
बात रहती है,,
तुम मुझे याद करती हो..
मुझे हिचकी आने लगती है।
महज़ इत्तेफ़ाक तो नही
हम मिले,,
बल्कि तुमसे जन्मों की
रिश्तेदारी लगती है।।
अब सुकून तब आता है..
जब तुमसे बात होती है,,
मुझमें तुम हो या तुम में मैं..
अब हम दोनो के मन में एक ही
बात रहती है।।
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