![...](https://api.writco.in/assets/images/post/default/story-poem/normal/1.webp)
3 views
मुझको ना रोक पाया
मुझको ना कोई रोक पाया कोई
हूँ हिम्मत से मैं भरी हुई
बड़ती चली मैं विजय पथ पर
चाहे जितनी भी बाधाएँ सामने थीं खड़ीं
मैं युद्ध क्षेत्र की वीरांगना सी
हर युद्ध को लड़ने के लिए तैयार खड़ी
किसी से भी डर नहीं है मुझको
मैं अकेले ही सब पर भारी पड़ी
अब कोई भी मुझे
आगे बड़ने से रोक ना पाएगा
जो भी होगा जीवन में अब
देखा जाएगा
जीवन के इस संग्राम में मैंने
हार कभी नहीं मानी
हर मुश्किल का हँसते-हँसते
सामना करने की मैंने है ठानी
© Poonam Suyal
हूँ हिम्मत से मैं भरी हुई
बड़ती चली मैं विजय पथ पर
चाहे जितनी भी बाधाएँ सामने थीं खड़ीं
मैं युद्ध क्षेत्र की वीरांगना सी
हर युद्ध को लड़ने के लिए तैयार खड़ी
किसी से भी डर नहीं है मुझको
मैं अकेले ही सब पर भारी पड़ी
अब कोई भी मुझे
आगे बड़ने से रोक ना पाएगा
जो भी होगा जीवन में अब
देखा जाएगा
जीवन के इस संग्राम में मैंने
हार कभी नहीं मानी
हर मुश्किल का हँसते-हँसते
सामना करने की मैंने है ठानी
© Poonam Suyal
Related Stories
4 Likes
2
Comments
4 Likes
2
Comments