बचपन ....
बचपन का एक अनोखा अंदाज़ था,
कहाँ गए वो सुन्हेरे दिन,
जब सवेरे माँ नींद से जगाया करती थी,
हम उठकर रोते थे, विद्यालय न जाने के लिए,
वह हमें हँसाया करती थी,
जब हम रूठ जाते वह,
हमें मनाया करती थी,
गर्मियों की छुट्टियों में,
वो नानी- दादी के हाथों का आचार,
लगता था हमें प्यारा सा उपहार,
वो छत पर जाके छुपके से आम खाना,
फ़िर हमें आम खाते देख पकड़े जाना,
लगता था बड़ा सुहाना,
फ़िर शाम में,
ठंडे- ठंडे, शरबत / गोले का मज़ा उठाना,
दादा- नाना जी के साथ रात में बाहर जाकर,
आइस- क्रीम का मज़ा लेना,
त्योहारों पर नानी की घर जाकर,
सबसे खर्ची/ उपहार लेना,
भाईयों / बहनो के साथ मस्ती करना,
साथ में मिलकर खेल खेलना,
एक साथ बैठकर रसोई खाना,
खाना खाने पर नखरे करना,
फ़िर नानी / मामी के हाथ का कुछ हटके खाना,
फ़िर शाम में गरमा- गरम नास्ता खाना,
अपने भाई - बहन से छुपके चॉकलेट खाना,
फ़िर रात में छत पर जाकर,
छोटे भाई- बहन को भूत की कहानी सुनाकर डराना,
फ़िर डर के मारे, मुँह पर चादर ओढ़ के सो जाना,
सुबह होते ही, वो शोर करना,
और ये तय करना की आज कहाँ है जाना,
फ़िर सबका एक साथ मिलकर बाहर घूमने जाना,
रास्ते में सबका मस्ती करना,
पर उनमे से एक जाने का सो जाना,
दूसरे जने का सबको परेशां करना,
किसी को बार - बार खाना,
यह सब मज़ेदार कहानी...
कहाँ गए वो सुन्हेरे दिन,
जब सवेरे माँ नींद से जगाया करती थी,
हम उठकर रोते थे, विद्यालय न जाने के लिए,
वह हमें हँसाया करती थी,
जब हम रूठ जाते वह,
हमें मनाया करती थी,
गर्मियों की छुट्टियों में,
वो नानी- दादी के हाथों का आचार,
लगता था हमें प्यारा सा उपहार,
वो छत पर जाके छुपके से आम खाना,
फ़िर हमें आम खाते देख पकड़े जाना,
लगता था बड़ा सुहाना,
फ़िर शाम में,
ठंडे- ठंडे, शरबत / गोले का मज़ा उठाना,
दादा- नाना जी के साथ रात में बाहर जाकर,
आइस- क्रीम का मज़ा लेना,
त्योहारों पर नानी की घर जाकर,
सबसे खर्ची/ उपहार लेना,
भाईयों / बहनो के साथ मस्ती करना,
साथ में मिलकर खेल खेलना,
एक साथ बैठकर रसोई खाना,
खाना खाने पर नखरे करना,
फ़िर नानी / मामी के हाथ का कुछ हटके खाना,
फ़िर शाम में गरमा- गरम नास्ता खाना,
अपने भाई - बहन से छुपके चॉकलेट खाना,
फ़िर रात में छत पर जाकर,
छोटे भाई- बहन को भूत की कहानी सुनाकर डराना,
फ़िर डर के मारे, मुँह पर चादर ओढ़ के सो जाना,
सुबह होते ही, वो शोर करना,
और ये तय करना की आज कहाँ है जाना,
फ़िर सबका एक साथ मिलकर बाहर घूमने जाना,
रास्ते में सबका मस्ती करना,
पर उनमे से एक जाने का सो जाना,
दूसरे जने का सबको परेशां करना,
किसी को बार - बार खाना,
यह सब मज़ेदार कहानी...