डरते है
डरते हैं हम फिर दिल लगाने से भी,
काँप उठते हम इश्क़ के नाम से भी।
ऐसा नहीं है कि हमे फिर कोई मिला नही,
डर जाते हैं कि कही वो तुझ जैसा...
काँप उठते हम इश्क़ के नाम से भी।
ऐसा नहीं है कि हमे फिर कोई मिला नही,
डर जाते हैं कि कही वो तुझ जैसा...