दिल की बातें आखिर कौन जानता है
यह दिल कितनी दफा शोर मचाता है
यह बस दिमाग ही जानता है
कुछ बातें इन आंखों को कितनी दफा रुलाता है
यह तकिए से अच्छा भला और कौन जानता है
यह आंखें कितनी रातें जागी है...
यह बस दिमाग ही जानता है
कुछ बातें इन आंखों को कितनी दफा रुलाता है
यह तकिए से अच्छा भला और कौन जानता है
यह आंखें कितनी रातें जागी है...