"एक अधूरा इश्क",,,
वो दरवाजे पे खड़ा करता रहा मेरा इंतेज़ार,,
मैं दरवाजा तक न खोल सकी,,
कैसा था मेरा प्यार,,,
वो बारिश में भीगता रहा,,
मैं खिड़की से झांकती रही,,
वो अपनी जगह टिका रहा,,
मैं अपनी जगह से हिल न सकी,,
ये कैसी बेबसी थी हमारी,,
वो मेरा हो...
मैं दरवाजा तक न खोल सकी,,
कैसा था मेरा प्यार,,,
वो बारिश में भीगता रहा,,
मैं खिड़की से झांकती रही,,
वो अपनी जगह टिका रहा,,
मैं अपनी जगह से हिल न सकी,,
ये कैसी बेबसी थी हमारी,,
वो मेरा हो...