प्रकृति का विनाश इंसानियत का सर्वनाश
देखकर वन में इंसानो को जानवर भी काँपते हैं
पैरो की सुगबुगाहट भाँपते हैं
कितने स्वार्थी हैं हम इंसान विकास के नाम पर जंगल का विनाश कर जमीन मापते हैं
आज छत्तीसगढ़ का जंगल कट रहा
कोयला की खान के लिए
जब पेड़ नष्ट कर लड़ोगे प्रकृति से
खुद की जान के लिए
प्रत्येक जीव की संरचना हुई है इस दुनिया में
भगवान ने दुनिया नहीं बनाई सिर्फ इंसान के लिए
किस विकासवाद की बात करते हैं आप
जिसने हजारों बीमारियों को जन्म दिया
सीमेंट से जमीन को ढंककर
अपने प्रकृति को नग्न किया
उपभोग करें...
पैरो की सुगबुगाहट भाँपते हैं
कितने स्वार्थी हैं हम इंसान विकास के नाम पर जंगल का विनाश कर जमीन मापते हैं
आज छत्तीसगढ़ का जंगल कट रहा
कोयला की खान के लिए
जब पेड़ नष्ट कर लड़ोगे प्रकृति से
खुद की जान के लिए
प्रत्येक जीव की संरचना हुई है इस दुनिया में
भगवान ने दुनिया नहीं बनाई सिर्फ इंसान के लिए
किस विकासवाद की बात करते हैं आप
जिसने हजारों बीमारियों को जन्म दिया
सीमेंट से जमीन को ढंककर
अपने प्रकृति को नग्न किया
उपभोग करें...