नारी
नारी है देवी स्वरूप,
जिसने दिया हमे ये रूप।
नारी ही ममता का साया,
जिसने हमे आँचल में समाया।।
नारी है जग की माता,
जिसकी हम सन्तान है।
नारी ही है धन की माता,
जिसके हम तमाम है।।
नारी की ही कोख से जन्में,
है दुनिया के वासी।
नारी की ही कोख से जन्मी,
है वीरांगनाएँ हमारी।।
नारी ही है आज का...