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स्वीकार
#स्वीकार
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहा जुड़ते है रिश्ते
थोड़ा सा ही विश्वास तो एक दूसरे पर किया होगा,
बहुत होंगी खामियां एक दूसरे में,
लेकिन करके नज़रअंदाज़ इनको
स्वीकार एक दूसरे को किया होगा,
एक ने किया विश्वास तो दूसरे ने भी
साथ तो दिया होगा,
ऐसे नहीं मुमकिन कोई भी रिश्ता निभाना,
दोनों ने एक दूसरे को आत्मा से स्वीकार किया होगा।
स्वरचित रचना
वंदना ठाकुर
© All Rights Reserved
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहा जुड़ते है रिश्ते
थोड़ा सा ही विश्वास तो एक दूसरे पर किया होगा,
बहुत होंगी खामियां एक दूसरे में,
लेकिन करके नज़रअंदाज़ इनको
स्वीकार एक दूसरे को किया होगा,
एक ने किया विश्वास तो दूसरे ने भी
साथ तो दिया होगा,
ऐसे नहीं मुमकिन कोई भी रिश्ता निभाना,
दोनों ने एक दूसरे को आत्मा से स्वीकार किया होगा।
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