सच सच नही लगता अब, झूठ झूठ नही लगता
जाने क्या मंजर ए दौर से तबियत गुजर रहीं
अपने अपने नही लगते, पराया पराया नही लगता
जो सुर्खियों में हो उसपर बया करना भी...
अपने अपने नही लगते, पराया पराया नही लगता
जो सुर्खियों में हो उसपर बया करना भी...