...

14 views

कभी-कभी

© Nand Gopal Agnihotri

ता ७/८/२०२४
#कभी कभी
________________________
अनजाने राहों पर भी, मंजिल मिल जाती है कभी-कभी।
मंजिल तक पहुंच कर, भटकते रह जाते हैं कभी-कभी।।१।।
कभी-कभी उपेक्षित भी काम आ जाते हैं।
भरोसेमंद धोखा दे जाते हैं कभी-कभी।।२।।
पढ़े-लिखे गच्चा खा जाते कभी-कभी।
पोंगापंथी पूजे जाते कभी-कभी।।३।।
भड़क उठती है आग,बुझे अंगारों से भी।
खामोशी तूफान खड़ा कर देती है...