PREEET अपने तो अपने होते है
RAAJ PREEET
हारता नही पुरुष किसी से
अपनो से वह हार जाता है
अपनो की इज्जत रखने के लिए
अपनी चाहत को भी वार जाता है
यू तो हर कोई जख्म तोहफे मे दे देता है
पर PREEET अपनो का तीखा शब्द दिल के पार जाता है
गुजरती है जब अपने दिल से अपनो की बातें
तो PREEET शायर कोई नया उतार जाता है
गैरो की क्या औकात दबा ले बातों मे हमें
पिठ पिछे खंजर...
हारता नही पुरुष किसी से
अपनो से वह हार जाता है
अपनो की इज्जत रखने के लिए
अपनी चाहत को भी वार जाता है
यू तो हर कोई जख्म तोहफे मे दे देता है
पर PREEET अपनो का तीखा शब्द दिल के पार जाता है
गुजरती है जब अपने दिल से अपनो की बातें
तो PREEET शायर कोई नया उतार जाता है
गैरो की क्या औकात दबा ले बातों मे हमें
पिठ पिछे खंजर...