वो बातें by Rajeev
दिल से निकली दिल की बातें
दिल पे जो सवाल हुआ
फिर बात - बात में बात मिली जो
फिर तो हय कमाल हुआ
जरा सोचो जो यूं होता तो
अगर बात न मिलती
या हम न कह पाते
तो क्या जीने में ऐसी बात होती
क्या मैं तेरे यूं साथ होता
क्या तुम मेरे साथ होती ??
इसलिए दिल से बातों का
दिल के सारे जज्बातों का
होठ पे आ पिघलना बहुत जरूरी है
ये बात है हमारी हम दोनों की
सिर्फ़ तेरी न ___सिर्फ मेरी है
ये बात मिले तो बात बने ...