कुछ जख्म......
के.....
दिल के कुछ जख्म कुछ भरे हैं तो
कुछ अभी भी हरे हैं,
हम कुछ बदले तो कुछ अभी
भी वही हैं
हँसना...
दिल के कुछ जख्म कुछ भरे हैं तो
कुछ अभी भी हरे हैं,
हम कुछ बदले तो कुछ अभी
भी वही हैं
हँसना...