तलब तेरी..
वक्त का दौर कुछ यूं गुज़र गया,
तुम पास रहे मेरे मगर ये प्रेम बिखर गया,
एक बंधन मुक्त हुआ दूजा बंधनों में बंध कर रह गया, जंजीरे होती...
तुम पास रहे मेरे मगर ये प्रेम बिखर गया,
एक बंधन मुक्त हुआ दूजा बंधनों में बंध कर रह गया, जंजीरे होती...