।। जिनको हम मानते हैं।।
जिनके लिए हम रोज जागते हैं
वही हमसे दूर भागते हैं।
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और के लिए हसते हैं।
जिनके लिए हम हर रोज मरते हैं
वो किसी और के लिए जीते हैं।
जिनके लिए हम खुदको बिगाड़ते हैं
वो किसी और के लिए सवरते हैं।
जिनके लिए हम हर रोज ख़्वाब देखते हैं
वो किसी और के लिए सपने सजाते हैं।
जिनके लिए हम दुनिया से भीड़ जाते हैं
वह किसी और को दुनिया मानते हैं।
© All Rights Reserved
वही हमसे दूर भागते हैं।
जिनके लिए हम रोते हैं
वो किसी और के लिए हसते हैं।
जिनके लिए हम हर रोज मरते हैं
वो किसी और के लिए जीते हैं।
जिनके लिए हम खुदको बिगाड़ते हैं
वो किसी और के लिए सवरते हैं।
जिनके लिए हम हर रोज ख़्वाब देखते हैं
वो किसी और के लिए सपने सजाते हैं।
जिनके लिए हम दुनिया से भीड़ जाते हैं
वह किसी और को दुनिया मानते हैं।
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