यार,दोस्त,friends
बस चार पांच थे हम यार दोस्तों,
कितना था हम में प्यार दोस्तों,
लड़ते भी थे झगड़ते भी थे,
मगर दिल पर ना ली कोई बात दोस्तों।।
टीचर से भी पीटते और रोते थे हम,
एक दूसरे को धोते थे हम,
डंडे भी मिले और नंबर भी,
यार ना मिले उन जैसे दोस्तों।।
मां देती थी आलू का प्रंठा,
दूसरे ही period में ख़तम हो जाता,
नहीं लगता था senior से भी डर दोस्तों,
क्योंकि यार थे मेरे पास दोस्तों।।
cheeting भी बहुत मरते थे,
लेकिन पेपरों में सब हारते थे,
कमीनो ने ठान रखा था,
हारना तो सबने अपने जीवन में उतार रखा था,
बेशक हारते थे PT-test में,
मगर नंबर लाते थे finel test में,
सभी का था एक ही नारा,
जिंदा रहे दोस्ताना हमारा,
जिंदा रहे दोस्ताना हमारा।।।
Dedicated to all my precious friends......
© gd
कितना था हम में प्यार दोस्तों,
लड़ते भी थे झगड़ते भी थे,
मगर दिल पर ना ली कोई बात दोस्तों।।
टीचर से भी पीटते और रोते थे हम,
एक दूसरे को धोते थे हम,
डंडे भी मिले और नंबर भी,
यार ना मिले उन जैसे दोस्तों।।
मां देती थी आलू का प्रंठा,
दूसरे ही period में ख़तम हो जाता,
नहीं लगता था senior से भी डर दोस्तों,
क्योंकि यार थे मेरे पास दोस्तों।।
cheeting भी बहुत मरते थे,
लेकिन पेपरों में सब हारते थे,
कमीनो ने ठान रखा था,
हारना तो सबने अपने जीवन में उतार रखा था,
बेशक हारते थे PT-test में,
मगर नंबर लाते थे finel test में,
सभी का था एक ही नारा,
जिंदा रहे दोस्ताना हमारा,
जिंदा रहे दोस्ताना हमारा।।।
Dedicated to all my precious friends......
© gd