पगडंडियाँ और पाँव के हक़
सूनी होकर भी
क़दमों की आहटें देतीं हैं
पगडंडियाँ
भीड़ से राहतें देतीं हैं
समयाभाव का कारण होतीं हैं
ये टेड़ी-तिरछी पगडंडियाँ,
जैसे दिल तक उतर जाते हैं
सहज स्वीकार्य व्यवहारिक रास्ते,
वैसे ही कच्चे रास्ते ही...
क़दमों की आहटें देतीं हैं
पगडंडियाँ
भीड़ से राहतें देतीं हैं
समयाभाव का कारण होतीं हैं
ये टेड़ी-तिरछी पगडंडियाँ,
जैसे दिल तक उतर जाते हैं
सहज स्वीकार्य व्यवहारिक रास्ते,
वैसे ही कच्चे रास्ते ही...