tabahi kya hoti haiii....
तबाही कुछ यूं बयां होती है
कि कुछ लोग इश्क में बर्बाद हुए
और कितनों की जिंदगी ने उन्हें तबाह किया
उस वक्त मुकम्मल इश्क भी मुकम्मल ना रही
जब जब नाकामयाबी न किसी इंसान को बर्बाद किया
तबाह हो गई जिंदगियां
परिवार की जी हुजूरी करते-करते कितनों की
जब सपनों ने उन्हें आवाज दिया
कामयाबी के पीछे भागते सारे लोग
न जाने कितनी बार खुद के परिवार को ही तबाह किया
तबाह किया कितनी बार कितनों ने खुद ही को
दुनिया ने जब-जब लोगों को इश्क और सपनों में
एक चुनने को कह दिया
तबाही कितनों की बयां ना हो सकी
जाने लोगों ने कितनी बार मौन रहना कुबूल किया
-Sandhya
© sandhya
कि कुछ लोग इश्क में बर्बाद हुए
और कितनों की जिंदगी ने उन्हें तबाह किया
उस वक्त मुकम्मल इश्क भी मुकम्मल ना रही
जब जब नाकामयाबी न किसी इंसान को बर्बाद किया
तबाह हो गई जिंदगियां
परिवार की जी हुजूरी करते-करते कितनों की
जब सपनों ने उन्हें आवाज दिया
कामयाबी के पीछे भागते सारे लोग
न जाने कितनी बार खुद के परिवार को ही तबाह किया
तबाह किया कितनी बार कितनों ने खुद ही को
दुनिया ने जब-जब लोगों को इश्क और सपनों में
एक चुनने को कह दिया
तबाही कितनों की बयां ना हो सकी
जाने लोगों ने कितनी बार मौन रहना कुबूल किया
-Sandhya
© sandhya