उगता सूरज कुछ बोले
पुरानी चीजों को टटोल रहे
पुरानी वस्तु को खोल रहे
न जाने कैसी लगन लगी है
कि अब परिंदे भी बोल रहे है
रूक मत फिर से चल
सीख अंधेरे से
वो भी तो सब्र करता है
सवेरा होने का
तो...
पुरानी वस्तु को खोल रहे
न जाने कैसी लगन लगी है
कि अब परिंदे भी बोल रहे है
रूक मत फिर से चल
सीख अंधेरे से
वो भी तो सब्र करता है
सवेरा होने का
तो...