अब मुझे तेरी जरूरत नहीं
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं,
मैंने तुझे खुद में पा लिया।
खुद से प्यार कर लिया,
खुद से प्यार निभा लिया।
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं।
मैंने तुझे खुद में पा लिया।
मयखाने की ओट का सहारा नहीं मुझे
मोहब्बत मधु ने सराहा हैं
ताश सा फेटा फटकारा कभी,
कभी खुद से जीता कभी हार लिया।
सुर्ख़ चाँद तश्तरी सा तुझे पानी पर
आजंलि भर गले से उतार लिया।
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं।
मैंने तुझे...
मैंने तुझे खुद में पा लिया।
खुद से प्यार कर लिया,
खुद से प्यार निभा लिया।
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं।
मैंने तुझे खुद में पा लिया।
मयखाने की ओट का सहारा नहीं मुझे
मोहब्बत मधु ने सराहा हैं
ताश सा फेटा फटकारा कभी,
कभी खुद से जीता कभी हार लिया।
सुर्ख़ चाँद तश्तरी सा तुझे पानी पर
आजंलि भर गले से उतार लिया।
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं।
मैंने तुझे...