...

3 views

बिछड़े लम्हों की तन्हाई
मैं उस मोड़ पर खड़ा हूँ जहाँ तुमने मुझे छोड़ा था,
हर कदम पर दर्द का साया, हर सांस में एक कोहरा था।
तेरे वादे, तेरी बातें अब सिर्फ धुंधले सपने हैं,
और मेरे आँसू उस बीते वक्त के गहरे गमने हैं।

तुम्हारी हँसी का शोर अब सन्नाटों में खो गया,
और मेरा दिल तुम्हारे बिना जैसे किसी अंधे कुएं में डूब गया।
तुम्हारी...